महावीर जयंती (Mahavir Jayanti)
भगवान महावीर जयंती 2015: 2 अप्रैल
मानव समाज को अन्धकार से प्रकाश की ओर लाने वाले महापुरुष भगवान महावीर का जन्म ईसा
मानव समाज को अन्धकार से प्रकाश की ओर लाने वाले महापुरुष भगवान महावीर का जन्म ईसा
से 599 वर्ष पूर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में त्रयोदशी तिथि को बिहार में लिच्छिवी वंश के महाराज
श्री सिद्धार्थ और माता त्रिशिला देवी के यहां हुआ था। जिस कारण इस दिन जैन श्रद्धालु इस पावन
दिवस को महावीर जयन्ती के रूप में परंपरागत तरीके से हर्षोल्लास और श्रद्धाभक्ति पूर्वक मनाते हैं।
साल 2015 में महावीर जयंती 020 अप्रैल को मनाई जाएगी।
भगवान महावीर का जीवन : बचपन में भगवान महावीर का नाम वर्धमान था। जैन धर्मियों का
मानना है कि वर्धमान ने कठोर तप द्वारा अपनी समस्त इन्द्रियों पर विजय प्राप्त कर जिन अर्थात
विजेता कहलाए। उनका यह कठिन तप पराक्रम के सामान माना गया, जिस कारण उनको महावीर
कहा गया और उनके अनुयायी जैन कहलाए।
महावीर जयंती (Mahavir Jayanti Details in Hindi): तप से जीवन पर विजय प्राप्त करने का
पर्व महावीर जयंती पर श्रद्धालु जैन मंदिरों में भगवान महावीर की मूर्ति को विशेष स्नान कराते हैं,
जो कि अभिषेक कहलाता है। तदुपरांत, भगवान की मूर्ति को सिंहासन या रथ पर बिठाकर उत्साह
और हर्सोल्लास पूर्वक जुलूस निकालते हैं, जिसमें बड़ी संख्यां में जैन धर्मावलम्बी शामिल होते हैं।
इस सुअवसर पर जैन श्रद्धालु भगवान को फल, चावल, जल, सुगन्धित द्रव्य आदि वस्तुएं अर्पित
करते हैं।
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